हिल बाईपास मार्ग आमजन के लिए खुले
हिल बाईपास मार्ग पर करोड़ों खर्च होने से पूर्व इसकी उपयोगिता की समीक्षा होनी चाहिए?
मेलाधिकारी दीपक रावत ने आगामी कुंभ 2021 में ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने एवं हरिद्वार को जाम से निजात दिलाने के लिए हिल बाईपास मार्ग का निरीक्षण किया। हरिद्वार में लगने वाले मेलों से होने वाली स्थानीय जनता की परेशानी को दूर करने के लिए हिल बाईपास मार्ग का निर्माण लगभग 6 दशक पूर्व किया गया था लेकिन स्थानीय जनता की अनभिज्ञता के कारण राजाजी नेशनल पार्क ने सड़क का अधिग्रहण कर लिया। वर्तमान में उन्होंने सड़क के दोनों और बाकायदा गेट निर्माण कर ताले लगवा दिए हैं केवल मेलों में ही दो-चार दिन की अनुमति बड़ी मुश्किल से यातायात संचालन हेतु मिलती है ऐसा देखा गया है कि राजाजी टाइगर पार्क कर्मी लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों को मरम्मत तक नहीं करने देते तो क्या दो-चार दिन के लिए अब फिर 34 करोड़ रुपए मरम्मत कार्य पर खर्च होंगे ?क्या हिल बाईपास के पुनर्निर्माण यानी मरम्मत कार्य मैं करोड़ों रुपए खर्च करने से पूर्व इसकी उपयोगिता पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए ? क्या हर बार कुंभ और अर्धकुंभ पर इस तरह जन धन की बर्बादी होती रहेगी? इन सबके बावजूद स्थानीय जनता को इससे कोई लाभ होने वाला नहीं है जनहित तो तभी होगा जब मेलाधिकारी हिल बाईपास मार्ग को पूरा यात्रा सीजन हेतु आमजन के लिए खुलवाएंगे?स्थानीय लोग इस मार्ग की उपयोगिता पर प्रश्नचिन्ह लगाने लगे हैंवही भीमगोड़ा क्षेत्र के पार्षद कैलाश भट्ट का कहना है कि वर्षा काल से पूर्व जो भी निर्माण कार्य करना है करा लिया जाए अन्यथा नीचे बसी बस्ती पर मट्टी गिरेगी। मेलाधिकारी दीपक रावत ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान कहा कि जो पूर्व में निर्माण कार्यों में खामियां रह गई हैं उन्हें दूर किया जाएगा उनके साथ दोनों अपर मेला अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।